डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, 2025 Best Course

Diploma in Computer Science Engineering

यदि आप कक्षा 10वीं के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते है या फिर आपने 12वीं के बाद कंप्यूटर साइंस कोर्स में एडमिशन लेने का प्लान बनाया है तो इस लेख में आपको डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद आईटी सेक्टर में विभिन्न क्षेत्रो में शानदार सेलरी वाली जॉब पाकर अपने सपनों को पूरा कर सकते है। इस कोर्स में एडमिशन कि प्रक्रिया, पात्रता, पाठ्यक्रम, फीस तथा भविष्य में आईटी के करियर विकल्प सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी इस लेख में दी गई है।

यदि आपके मन में सवाल उठता है कि 10वी के बाद क्या करे तो 10वी के बाद कंप्यूटर कोर्स करना एक बहुत अच्छा विकल्प होता है। डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग एक 3 वर्षीय अंडरग्रेजुएट डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स है। इस कोर्स को कक्षा 10वी उत्तीर्ण कोई भी छात्र-छात्रा कर सकते है। यदि आप 12वी बाद कम्प्यूटर कोर्स करना चाहते है तो भी आप इस कोर्स में एडमिशन ले सकते है।

डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस

डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस क्या है?

यह एक 3 साल का कोर्स है जिसको पूरा करने के बाद आप अपने कौशल से स्मार्टफोन में चलने वाली एंड्राइड एप्लीकेशन बना सकते है। अपना खुद का कोई गेम भी डिजाईन कर उसको प्ले स्टोर पर लांच कर सकते है या फिर उसको किसी कम्पनी में लाखो रुपयों में बेच सकते है। इनके अलावा आप बड़ी बड़ी डायनामिक वेबसाईट बना सकते है तथा किसी कम्पनी से जुड़कर आप आराम से 8 लाख रुपए से लेकर 15 लाख रुपए या इससे भी अधिक एक ही साल में कमा सकते है। टेक्नोलॉजी बड़ने के साथ साथ डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स में इंजीनियर्स कि डिमांड भी बड़ती जा रही है।

10वीं के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा कैसे करे?

कक्षा 10वीं के बाद कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा करने के लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम यानी प्रवेश परीक्षा देना होगी। हमारे देश में डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स हमेशा से डिमांड में रहा है। इस वजह से हर साल डिप्लोमा कॉलेजो में इंजीनियरिंग कोर्स की सभी सीटे बहुत जल्दी भर जाती है। ऐसे में सही उम्मीदवारों को चुनने के लिए अलग अलग राज्यों में इस कोर्स में प्रवेश के लिए अलग अलग तरह की एंट्रेंस एग्जाम्स होती है। कुछ एंट्रेंस एग्जाम्स इस प्रकार है।

क्र.राज्यएंट्रेंस एग्जाम
1 आंध्र प्रदेश AP POLYCET (Andhra Pradesh Polytechnic Common Entrance Test)
2 असम Assam PAT (Polytechnic Admission Test)
3 बिहार DCECE (Diploma Certificate Entrance Competitive Examination)
4 छत्तीसगढ़ CG PPT (Chhattisgarh Pre-Polytechnic Test)
5 गोवा Goa Polytechnic Entrance Exam
6 गुजरात Gujarat Polytechnic (GUJCET for some courses)
7 हरियाणा Haryana DET (Diploma Entrance Test)
8 हिमाचल प्रदेश HPPAT (Himachal Pradesh Polytechnic Admission Test)
9 झारखंड PECE (Polytechnic Entrance Competitive Examination)
10 कर्नाटक Karnataka DCET (Diploma Common Entrance Test)
11 केरल Kerala Polytechnic Entrance Exam
12 मध्य प्रदेश MP PPT (Madhya Pradesh Pre-Polytechnic Test)
13 महाराष्ट्र MAH CET (Maharashtra Common Entrance Test for Diploma Courses)
14 मणिपुर Manipur Polytechnic Admission Test
15 ओडिशा Odisha DET (Diploma Entrance Test)
16 पंजाब Punjab JET (Joint Entrance Test)
17 राजस्थान Rajasthan Polytechnic Admission (Merit-Based, No Entrance Exam)
18 तमिलनाडु TNEA (Tamil Nadu Engineering Admissions for Diploma Holders)
19 तेलंगाना TS POLYCET (Telangana Polytechnic Common Entrance Test)
20 उत्तर प्रदेश JEECUP (Joint Entrance Examination Council of Uttar Pradesh)
21 उत्तराखंड Uttarakhand Polytechnic (JEEP – Joint Engineering Examination Polytechnic)
22 पश्चिम बंगाल JEXPO (Joint Entrance Examination for Polytechnics West Bengal)

कौन दे सकते है एंट्रेंस एग्जाम?

एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए यह तय हो कि उम्मीदवार कक्षा 10वी में पढ़ रहा हो या कक्षा 10वी उत्तीर्ण कर ली हो तथा जब कक्षा 10वी की परीक्षा पास कि हो तो कम से कम 50% अंक प्राप्त जरूर होना चाहिए अन्यथा उम्मीदवार को एडमिशन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।

एंट्रेंस एग्जाम से उम्मीदवार का चयन

इस एग्जाम को देने के बाद एक कटऑफ नम्बर की लिस्ट जारी होती है। इस लिस्ट में विभिन्न केटेगरी जैसे ST, SC, OBC, General, EWS आदि के लिए पासिंग नम्बर दिए रहते हैं। जिन उम्मीवारों के नम्बर कटऑफ नम्बर से अधिक आते है, वो एडमिशन के लिए योग्य होते है तथा जिनके नम्बर कटऑफ नम्बर से कम होते है, वो सरकारी कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया से बाहर हो जाते है।

मेरिट के आधार पर एडमिशन

यदि आप डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेना चाहते है तो इसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम में बेठने के लिए कक्षा में 10वी में अध्ययनरत होना या 10वी कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। प्रवेश परीक्षा के बाद रिजल्ट आने पर कटऑफ लिस्ट जारी होती है तथा मेरिट लिस्ट बनती है। इसके बाद मैरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।

डायरेक्ट एडमिशन प्रक्रिया

हमारे आसपास ऐसे भी कुछ कॉलेज या इंस्टिट्युट है जिनमे एडमिशन लेने के लिए किसी भी एंट्रेंस एग्जाम को देने कि जरुरत नहीं होती है। इनमे डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। इसके लिए आपको कॉलेज में जाकर आवेदन फार्म भरना होता है तथा जरुरी दस्तावेज और एडमिशन फीस जमा करना पड़ता है।इसके बाद आपको एडमिशन दे दिया जाता है।

Eligibility for Diploma in Computer Science and Engineering

विद्यार्थियों को डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए निम्नलिखित बिन्दुओ पर ध्यान देना जरूरी है।

डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स पात्रता

  • उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त सरकारी या प्राइवेट विद्यालय से कक्षा 10वी में पास होना अनिवार्य है।
  • उम्मीदवार को कम से कम 50% अंको से कक्षा 10वी पास करना बहुत जरुरी है। यहाँ पर आरक्षण प्राप्त श्रेणियों को सिर्फ 45% अंक से कक्षा 10वी को पास करना जरुरी है।
  • उम्मीदवार पूरी तरह फिट होना चाहिए। किसी भी तरह की शारीरिक अपंगता या आखों से सम्बंधित कोई समस्या नही होना चाहिए।

Syllabus for Diploma in Computer Science and Engineering (Semester wise)

Diploma in Computer Science After 10th Syllabus

क्र.सेमेस्टर 1सेमेस्टर 2सेमेस्टर 3सेमेस्टर 4सेमेस्टर 5सेमेस्टर 6
1Applied Mathematics – IApplied Mathematics – IIObject-Oriented Programming Using C++Java ProgrammingPython ProgrammingInternet of Things (IoT) Applications
2Applied Physics – IApplied Physics – IIDigital Electronics and Logic DesignMicroprocessor and InterfacingCloud Computing ArchitectureCyber Security and Ethical Hacking
3Applied ChemistryProgramming in C LanguageDatabase Management SystemWeb Development TechnologiesMobile Application DevelopmentDistributed Systems and Applications
4Fundamentals of Computer Science and EngineeringBasics of Electronics EngineeringComputer System Organization and ArchitectureSoftware Engineering PrinciplesArtificial Intelligence and Machine LearningAdvanced Web Development
5Engineering Graphics and DrawingData Structures Using COperating SystemsComputer Networks – IIBig Data and Analyticsएन्टरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड बिजनेस मेनेजमेंट
6Communication Skills – ICommunication Skills – IIComputer Networks – ILinux Operating System and Shell ScriptingOpen Elective SubjectMajor Project – II
7Workshop PracticeEnvironmental StudiesProfessional and Soft Skills DevelopmentMinor Project/Industrial TrainingMajor Project – IIndustrial Training/Internship

ध्यान दे कि ये सभी विषय अलग अलग राज्यों व यूनिवर्सिटीज के अनुसार थोड़ा अलग हो सकते है लेकिन 3 वर्ष के कोर्स को पूर्ण करने के बाद फाइनली आप एक कम्प्यूटर साइंस इंजिनियर बन जाते है।

Diploma in Computer Science Engineering Fees Details

पॉलिटेक्निक डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग के इस कोर्स में डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस फीस (Diploma in Computer Science Fees) विभिन्न सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों के अनुसार अलग अलग हो सकती है। नीचे दी गई तालिका में डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (Diploma in Computer Science and Engineering Course) कि फिस का विवरण है। अधिक जानकारी के लिए आप जिस कॉलेज में एडमिशन का सोच रहे है, उस कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज से फीस सम्बन्धित बात कर सकते है।

क्र.संस्थान का प्रकारअनुमानित फीस
1सरकारी संस्थान10,000 रूपये से लेकर 50,000 रूपये प्रतिवर्ष
2प्राइवेट संस्थान30,000 रूपये से लेकर 100,000 रूपये प्रतिवर्ष

इसके अलावा, अन्य खर्च जैसे कि किताबें, लैब फीस, हॉस्टल फीस आदि भी अलग से लग सकते हैं

Job Opportunities after Computer Science and Engineering Course

इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप कई तरह की IT कम्पनियो जैसे TCS, Infosys, Wipro, NCS आदि में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते है। नीचे दी गई तालिका में डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस सैलरी को पद के अनुसार अंकित दिया गया है। यहा पर 15 best jobs in it के बारे में जानकारी दी गई है।

डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस जॉब्स & डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस सैलरी (Diploma in Computer Science Jobs & Diploma in Computer Science Salary Per Month)

क्र.पद का नामअनुमानित मासिक सैलरी (वेतन)
1सॉफ्टवेयर डेवलपर20,000 से 50,000 रूपये तक हर महिना
2नेटवर्क इंजीनियर20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना
3वेब डेवलपर15,000 से 50,000 रूपये तक हर महिना
4सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर20,000 से 50,000 रूपये तक हर महिना
5टेक्निकल सपोर्ट इंजीनियर15,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना
6डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर25,000 से 55,000 रूपये तक हर महिना
7साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट28,000 से 50,000 रूपये तक हर महिना
8मोबाइल ऐप डेवलपर20,000 से 50,000 रूपये तक हर महिना
9आईटी सपोर्ट स्पेशलिस्ट15,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना
10क्लाउड कंप्यूटिंग इंजीनियर25,000 से 60,000 रूपये तक हर महिना
11हार्डवेयर इंजीनियर20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना
12सॉफ्टवेयर टेस्टिंग20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना
13गेम डेवलपर20,000 से 55,000 रूपये तक हर महिना
14एस ई ओ (SEO) स्पेशलिस्ट20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना
15डेटा एनालिस्ट20,000 से 50,000 रूपये तक हर महिना

इस कोर्स के अलावा आप अन्य डिप्लोमा कोर्सेस कि जानकारी भी इस वेबसाईट पर प्राप्त कर सकते है

Education Opportunities after Diploma in Computer Science and Engineering

Diploma in Computer Science Engineering Course को पूर्ण करने के बाद भी आप अगर अपनी पढ़ाई को आगे जारी रखना चाहते हैं तो आपके पास कई करियर विकल्प है जिनमे आप प्रवेश लेकर अपना करियर सकते है।

  • B.E/B.Tech Degree : अगर Diploma in Computer Science Engineering में डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आप एक सीनियर इंजिनियर बनना चाहते है तो आपको बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी का डिग्री कोर्स करना चाहिए। एक बार डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग होने के बाद आप इन दोनों में से किसी भी कोर्स में बिना फर्स्ट ईयर किए डायरेक्ट सेकंड ईयर में एडमिशन ले सकते है।

Frequently Asked Questions (FAQs)

Q.1 इस कोर्स को पूरा करने के बाद में क्या कोई सरकारी नोकरी लग सकती है?
Ans. जी हाँ, डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स को पूरा करने के बाद आप इसरो या अन्य सरकारी संस्थाओं आदि में निकलने वाली वेकेंसियो जैसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर या एथिकल हेकर या प्रोग्रामर के पदों पर आवेदन कर नोकरी ले सकते है।

Q.2 क्या लड़कीया इस कोर्स में प्रवेश ले सकती है?
Ans. हाँ, यह कोर्स लडकियों के लिए एक Best Engineering Course है।

Q.3 क्या इस कोर्स कि पढ़ाई सिर्फ अंग्रेजी मीडियम में होती है?
Ans. नहीं, अंग्रेजी व हिन्दी या फिर आप जिस क्षेत्र में रहते है उस भाषा में आपको पढ़ाया जाता है।

Q.4 क्या यह कोर्स ऑनलाइन पूर्ण किया जा सकता है?
Ans. नहीं, लेकिन कुछ संस्थानों में किसी विशेष विषय के सेद्धान्तिक हिस्से को ऑनलाइन पढाया जाना शुरू हो चूका है। परन्तु प्रेक्टिकल अनुभव के लिए आपको कॉलेज जाना आवश्यक है।

Q.5 क्या Diploma in Computer Science and Engineering कोर्स को पूरा करने के बाद खुद का बिजनेस स्टार्ट किया जा सकता है?
Ans. हाँ बिल्कुल, डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स के बाद आप अपनी खुद कि एक आईटी कंपनी शुरू कर अलग अलग सर्विसेस जैसे वेब डिजाइनिंग, एप्लीकेशन डिजाइनिंग, गेम डिजाइनिंग व फ्रीलांसिंग सर्विसेस देकर अच्छा पैसा कमा सकते है।

Q.6 12वीं के बाद कौन सा कंप्यूटर कोर्स करें?
Ans. 12वी के बाद आप बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी इन कंप्यूटर साइंस (बीटेक सीएस), डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन इंफ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) या BCA (बैचलर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन) का कोर्स कर सकते है।

Q.7 1 साल का कंप्यूटर कोर्स कौन सा होता है?
Ans. आईटीआई कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट कोर्स की अवधि 1 साल (दो सेमेस्टर) होती है।

Q.8 3 साल का कंप्यूटर कोर्स कौन सा होता है?
Ans. पॉलिटेक्निक डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स की अवधि 3 साल (6 सेमेस्टर) होती है।

इस लेख में दी गई जानकारिया अन्य स्त्रोत जैसे करियर इण्डिया से ली गई है।

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