Diploma in Automobile Engineering
क्या आप जानते है कि टार्जन मूवी में अजय देवगन अपने कंप्यूटर में एक कार कि डिजाईन बनाते हुए दिखाए गये है? आज के समय में ये सब आप भी कर सकते है। जी हाँ, आप भी किसी कंपनी के लिए कार, बाइक या किसी अन्य गाड़ी कि डिजाईन बना सकते है। लेकिन इसके लिए आपको एक कोर्स करना पड़ेगा जिसे Diploma in Automobile Engineering के नाम से जाना जाता है। यदि आपको नई नई गाड़ियों कि डिजाईन, उनकी रिपेयरिंग और उनके निर्माण कार्य में रूचि है तो आपको इस कोर्स में एडमिशन जरुर लेना चाहिए। इस लेख में आप Diploma in Automobile Engineering कोर्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।

बदलते समय के साथ साथ वाहनों कि डिजाईन में भी बहुत बदलाव आ गये है। इस वजह से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज में Automobile Engineers कि डिमांड भी बढ़ गई है। अगर आप कंफ्यूज है कि 10वी के बाद क्या करे तो 10वी के बाद ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स करना एक बहुत अच्छा विकल्प है। डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग (Diploma in Automobile Engineering) एक 3 वर्षीय अंडरग्रेजुएट डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स है। Diploma in Automobile Engineering कोर्स को करने के लिए आपको सिर्फ कक्षा 10वी में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इस कोर्स में एडमिशन कि प्रक्रिया, पात्रता, पाठ्यक्रम, फीस तथा भविष्य में करियर विकल्प सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी इस लेख में दी गई है।
What is Diploma in Automobile Engineering?
यह कोर्स एक 3 वर्षीय पाठ्यक्रम पर आधारित एक इंजीनियरिंग कोर्स है, जिसमे आपको वाहनों कि डिजाइनिंग, उनके कल-पुर्जे (पार्ट्स) बनाने, वाहनों के अलग अलग पुर्जो कि डिजाइनिंग, वाहनों कि सर्विसिंग, उनकी रिपेयरिंग तथा रखरखाव आदि के क्षेत्र में कार्य करना सिखाया जाता है। इस कोर्स में अलग-अलग प्रकार के वाहनों मे आने वाली अलग-अलग परेशानियों को दूर करने तथा इंजनो के कार्य करने के तरीके आदि को बहुत ही गहराई व प्रेक्टिकल तरीके से सिखाया जाता है। यदि आप अपना खुद का बड़ा सा सर्विसिंग सेंटर या शोरूम या कोई गेराज खोलकर बिजनेस करना चाहते है तो यह कोर्स आपके लिए एक सबसे बेस्ट कोर्स है।
Diploma in Automobile Engineering after 10th
कक्षा 10वीं के बाद Automobile Engineering में डिप्लोमा करने के लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम यानी प्रवेश परीक्षा देना होगी। हमारे देश में कई इंजीनियरिंग कोर्सेस उपलब्ध है जिनमे Diploma in Automobile Engineering Course एक महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग कोर्स है। परन्तु इसमें बहुत कम शीट होती है इसलिए सही उम्मीदवारों को चुनने के लिए अलग अलग राज्यों में इस कोर्स में प्रवेश के लिए अलग अलग तरह की एंट्रेंस एग्जाम्स होती है। कुछ एंट्रेंस एग्जाम्स इस प्रकार है।
क्र. | राज्य | एंट्रेंस एग्जाम |
---|---|---|
1 | आंध्र प्रदेश | AP POLYCET (Andhra Pradesh Polytechnic Common Entrance Test) |
2 | असम | Assam PAT (Polytechnic Admission Test) |
3 | बिहार | DCECE (Diploma Certificate Entrance Competitive Examination) |
4 | छत्तीसगढ़ | CG PPT (Chhattisgarh Pre-Polytechnic Test) |
5 | गोवा | Goa Polytechnic Entrance Exam |
6 | गुजरात | Gujarat Polytechnic (GUJCET for some courses) |
7 | हरियाणा | Haryana DET (Diploma Entrance Test) |
8 | हिमाचल प्रदेश | HPPAT (Himachal Pradesh Polytechnic Admission Test) |
9 | झारखंड | PECE (Polytechnic Entrance Competitive Examination) |
10 | कर्नाटक | Karnataka DCET (Diploma Common Entrance Test) |
11 | केरल | Kerala Polytechnic Entrance Exam |
12 | मध्य प्रदेश | MP PPT (Madhya Pradesh Pre-Polytechnic Test) |
13 | महाराष्ट्र | MAH CET (Maharashtra Common Entrance Test for Diploma Courses) |
14 | मणिपुर | Manipur Polytechnic Admission Test |
15 | ओडिशा | Odisha DET (Diploma Entrance Test) |
16 | पंजाब | Punjab JET (Joint Entrance Test) |
17 | राजस्थान | Rajasthan Polytechnic Admission (Merit-Based, No Entrance Exam) |
18 | तमिलनाडु | TNEA (Tamil Nadu Engineering Admissions for Diploma Holders) |
19 | तेलंगाना | TS POLYCET (Telangana Polytechnic Common Entrance Test) |
20 | उत्तर प्रदेश | JEECUP (Joint Entrance Examination Council of Uttar Pradesh) |
21 | उत्तराखंड | Uttarakhand Polytechnic (JEEP – Joint Engineering Examination Polytechnic) |
22 | पश्चिम बंगाल | JEXPO (Joint Entrance Examination for Polytechnics West Bengal) |
कौन दे सकते है एंट्रेंस एग्जाम?
एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए यह तय हो कि उम्मीदवार कक्षा 10वी में पढ़ रहा हो या कक्षा 10वी उत्तीर्ण कर ली हो तथा जब कक्षा 10वी की परीक्षा पास कि हो तो कम से कम 50% अंक प्राप्त जरूर होना चाहिए अन्यथा उम्मीदवार को एडमिशन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
एंट्रेंस एग्जाम से उम्मीदवार का चयन
इस एग्जाम को देने के बाद एक कटऑफ नम्बर की लिस्ट जारी होती है। इस लिस्ट में विभिन्न केटेगरी जैसे ST, SC, OBC, General, EWS आदि के लिए पासिंग नम्बर दिए रहते हैं। जिन उम्मीवारों के नम्बर कटऑफ नम्बर से अधिक आते है, वो एडमिशन के लिए योग्य होते है तथा जिनके नम्बर कटऑफ नम्बर से कम होते है, वो सरकारी कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया से बाहर हो जाते है।
मेरिट के आधार पर एडमिशन
यदि आप Diploma in Automobile Engineering Course में एडमिशन लेना चाहते है तो इसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम में बेठने के लिए कक्षा में 10वी में अध्ययनरत होना या 10वी कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। प्रवेश परीक्षा के बाद रिजल्ट आने पर कटऑफ लिस्ट जारी होती है तथा मेरिट लिस्ट बनती है। इसके बाद मैरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।
डायरेक्ट एडमिशन प्रक्रिया
हमारे आसपास ऐसे भी कुछ कॉलेज या इंस्टिट्युट है जिनमे एडमिशन लेने के लिए किसी भी एंट्रेंस एग्जाम को देने कि जरुरत नहीं होती है। इनमे डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। इसके लिए आपको कॉलेज में जाकर आवेदन फार्म भरना होता है तथा जरुरी दस्तावेज और एडमिशन फीस जमा करना पड़ता है। इसके बाद आपको एडमिशन दे दिया जाता है।
Eligibility for Diploma in Automobile Engineering
विद्यार्थियों को Diploma in Automobile Engineering में एडमिशन के लिए निम्नलिखित बिन्दुओ पर ध्यान देना जरूरी है।
डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स पात्रता
- उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त सरकारी या प्राइवेट विद्यालय से कक्षा 10वी में पास होना अनिवार्य है।
- उम्मीदवार को कम से कम 50% अंको से कक्षा 10वी पास करना बहुत जरुरी है। यहाँ पर आरक्षण प्राप्त श्रेणियों को सिर्फ 45% अंक से कक्षा 10वी को पास करना जरुरी है।
- उम्मीदवार पूरी तरह फिट होना चाहिए। किसी भी तरह की शारीरिक अपंगता या आखों से सम्बंधित कोई समस्या नही होना चाहिए।
- कुछ सरकारी संस्थान सिर्फ 12वी (फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथेमेटिक्स से) पास करने वाले विद्यार्थियों को ही Diploma in Automobile Engineering कोर्स में प्रवेश देते है।
Syllabus for Diploma in Automobile Engineering (Semester wise)
Diploma in Automobile Engineering Syllabus
क्र. | सेमेस्टर 1 | सेमेस्टर 2 | सेमेस्टर 3 | सेमेस्टर 4 | सेमेस्टर 5 | सेमेस्टर 6 |
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1 | Applied Mathematics – I | Applied Mathematics – II | Strength of Materials | Machine Design | Automotive Electrical and Electronics | Automobile Design |
2 | Applied Physics – I | Applied Physics – II | Theory of Machines | Manufacturing Technology | Vehicle Maintenance and Garage Practice | Advanced Automobile Engineering |
3 | Applied Chemistry | Applied Mechanics | Thermal Engineering – I | Thermal Engineering – II | Industrial Engineering | Transport Management |
4 | Engineering Graphics and Drawing | Material Science and Metallurgy | Automobile Power Plant | Automobile Chassis and Transmission | Environmental Engineering | Entrepreneurship Development |
5 | Communication Skills | Computer Fundamentals and Applications | Electrical Technology | Fluid Mechanics and Machinery | Project Work – I | Industrial Training/Internship |
6 | Workshop Practice – I | Workshop Practice – II | Workshop Practice – III | Workshop Practice – IV | – | Project Work – II |
ध्यान दे कि ये सभी विषय अलग अलग राज्यों व यूनिवर्सिटीज के अनुसार थोड़ा अलग हो सकते है लेकिन 3 वर्ष के कोर्स को पूर्ण करने के बाद फाइनली आप एक ऑटोमोबाइल इंजीनियर बन जाते है।
Diploma in Automobile Engineering Fees Details
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग के कोर्सेस मे डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स कि फीस (Diploma in Automobile Engineering Fees) विभिन्न सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों के अनुसार अलग अलग हो सकती है। नीचे दी गई तालिका में डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कि अनुमानित फिस का विवरण है। अधिक जानकारी के लिए आप जिस कॉलेज में एडमिशन का सोच रहे है, उस कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज से फीस सम्बन्धित बात कर सकते है।
क्र. | संस्थान का प्रकार | अनुमानित फीस |
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1 | सरकारी संस्थान | 10,000 रूपये से लेकर 30,000 रूपये प्रतिवर्ष |
2 | प्राइवेट संस्थान | 35,000 रूपये से लेकर 150,000 रूपये प्रतिवर्ष |
इसके अलावा, अन्य खर्च जैसे कि किताबें, लैब फीस, हॉस्टल फीस आदि भी अलग से लग सकते हैं।
Job Opportunities after Diploma in Automobile Engineering Course
इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप कई तरह की प्राइवेट कम्पनियो जैसे Tata Motors, Mahindra & Mahindra, Maruti Suzuki, Ashok Leyland, Hero MotoCorp, Bajaj Auto, Honda, Yamaha Motors आदि में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते है। इनके अलावा DRDO, BHEL, NHAI, AAI (Airports Authority of India), भारतीय रेलवे, परिवहन विभाग जैसी अनेक सरकारी संस्थाओं में भी विभिन्न पदों पर आवेदन कर आप सरकारी नौकरी पा सकते है। नीचे दी गई तालिका में डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के विभिन्न प्राइवेट एवं सरकारी पदों तथा उनके कार्यो का वर्णन किया गया है।
Diploma in Automobile Engineering Jobs in Private Sector
डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद आप निम्नलिखित पदों पर प्राइवेट कम्पनियों में जॉब कर सकते है।
क्र. | पद का नाम | कार्य |
---|---|---|
1 | प्रोडक्शन इंजीनियर | वाहनों के निर्माण में सहायता एवं निगरानी। |
2 | क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर | वाहनों, उपकरणो एवं पुर्जो की गुणवत्ता कि जांच करना। |
3 | डिजाईन इंजीनियर | नई गाडियों एवं वाहनों की डिजाईन बनाना। |
4 | सर्विस इंजीनियर | वाहनों की सर्विसिंग और तकनीकी समस्याओं का समाधान। |
5 | मेंटेनेंस इंजीनियर | वाहनों और मशीनों का रखरखाव। |
6 | फील्ड सर्विस टेक्नीशियन | साईट के वाहनों कि रिपेयरिंग व सर्विसिंग करना। |
7 | ऑपरेशन मैनेजर | प्रोडक्शन यूनिट्स का मेनेजमेंट करना। |
8 | सप्लाई चेन मैनेजर | वाहनों के पार्ट्स आदि कि सप्लाई करवाना। |
9 | सेल्स ऑफिसर | वाहनों कि मार्केटिंग करना तथा बिक्री के टार्गेट पुरे करना। |
10 | व्हीकल डायग्नोस्टिक टेक्नीशियन | टेक्निकल समस्याओं को दूर करना तथा टीम को गाइड करना |
Diploma in Automobile Engineering Govt. Jobs
डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद आप निम्नलिखित पदों पर सरकारी संस्थाओं में नौकरी कर सकते है।
क्र. | पद का नाम | कार्य |
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1 | मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर | वाहनों कि गुणवत्ता, फिटनेस एवं सड़क परिवहन के नियमो का पालन। |
2 | असिस्टेंट इंजिनियर | तकनीकी समस्याओं का समाधान और रिपेयरिंग कि देखरेख करना। |
3 | जूनियर इंजिनियर | ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेन्ट सम्बन्धित सभी कार्य करना। |
4 | ड्राफ्ट्समैन | वाहनों कि डिजाइनिंग एवं ड्राइंग बनाना। |
5 | वर्कशॉप सुपरिटेंडेन्ट | वाहनों की देखरेख और रिसर्च डाटा तैयार करना। |
6 | क्वालिटी कण्ट्रोल ऑफिसर | वाहनों कि गुणवत्ता, वजन आदि कि जांच करना |
7 | रोड़ ट्रांसपोर्ट ऑफिसर | सड़क परिवहन नियमो का पालन करवाना। |
8 | इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नीशियन | इलेक्ट्रिक वाहनों का मनेजमेंट करना। |
9 | ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेन्ट इंस्पेक्टर | वाहनों के दस्तावेज एवं फिटनेस कि जांच करना। |
10 | रेलवे टेक्निकल असिस्टेंट | रेलवे वाहनों की तकनीकी रूप से देखभाल करना। |
Salary after Diploma in Automobile Engineering Course
Diploma in Automobile Engineering Salary Per Month (Private)
क्र. | पद का नाम | अनुमानित सैलरी (वेतन) |
---|---|---|
1 | प्रोडक्शन इंजीनियर | 25,000 रुपए प्रतिमाह |
2 | क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर | 30,000 रुपए प्रतिमाह |
3 | डिजाईन इंजीनियर | 35,000 रुपए प्रतिमाह |
4 | सर्विस इंजीनियर | 22,000 रुपए प्रतिमाह |
5 | मेंटेनेंस इंजीनियर | 28,000 रुपए प्रतिमाह |
6 | फील्ड सर्विस टेक्नीशियन | 22,000 रुपए प्रतिमाह |
7 | ऑपरेशन मैनेजर | 40,000 रुपए प्रतिमाह |
8 | सप्लाई चेन मैनेजर | 35,000 रुपए प्रतिमाह |
9 | सेल्स ऑफिसर | 20,000 रुपए प्रतिमाह |
10 | व्हीकल डायग्नोस्टिक टेक्नीशियन | 25,000 रुपए प्रतिमाह |
Diploma in Automobile Engineering Salary Per Month (Government)
क्र. | पद का नाम | अनुमानित सैलरी (वेतन) |
---|---|---|
1 | मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर | 35,000 रुपए प्रतिमाह |
2 | असिस्टेंट इंजिनियर | 40,000 रुपए प्रतिमाह |
3 | जूनियर इंजिनियर | 33,000 रुपए प्रतिमाह |
4 | ड्राफ्ट्समैन | 28,000 रुपए प्रतिमाह |
5 | वर्कशॉप सुपरिटेंडेन्ट | 30,000 रुपए प्रतिमाह |
6 | क्वालिटी कण्ट्रोल ऑफिसर | 30,000 रुपए प्रतिमाह |
7 | रोड़ ट्रांसपोर्ट ऑफिसर | 45,000 रुपए प्रतिमाह |
8 | इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नीशियन | 38,000 रुपए प्रतिमाह |
9 | ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेन्ट इंस्पेक्टर | 32,000 रुपए प्रतिमाह |
10 | रेलवे टेक्निकल असिस्टेंट | 35,000 रुपए प्रतिमाह |
इस कोर्स के अलावा आप अन्य डिप्लोमा कोर्सेस कि जानकारी भी इस वेबसाईट पर प्राप्त कर सकते है
Education Opportunities after Diploma in Automobile Engineering
डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स को पूर्ण करने के बाद भी आप अगर अपनी पढ़ाई को आगे जारी रखना चाहते हैं तो आपके पास कई करियर विकल्प मिलते है जिनमे आप प्रवेश लेकर अपना करियर और ज्यादा बेहतर बना सकते है।
- B.Tech/B.E. in Automobile Engineering : अगर डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आप एक सीनियर इंजिनियर बनना चाहते है तो आपको बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी का डिग्री कोर्स करना चाहिए। इन कोर्सेस कि अवधि 4 वर्ष होती है लेकिन आप इन दोनों में से किसी भी एक कोर्स में डायरेक्ट सेकंड ईयर में एडमिशन लेकर सीनियर ऑटोमोबाइल इंजिनियर बन सकते है।
- B.Tech/B.E. in Mechanical Engineering : यह भी एक 4 वर्षीय पाठ्यक्रम पर आधारित कोर्स है जिसमे Diploma in Automobile Engineering Course पूरा करने के बाद आप लेटरल एंट्री के माध्यम से सीधे ही सेकंड ईयर में एडमिशन लेकर सीनियर मैकेनिकल इंजिनियर बन सकते है।
- B.Tech/B.E. in Industrial and Production Engineering : यह भी एक 4 का कोर्स है जिसमे डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद आप लेटरल एंट्री के माध्यम से सीधे ही सेकंड ईयर में एडमिशन लेकर सीनियर प्रोडक्शन इंजिनियर बन सकते है।
- B.Tech in Electrical and Electronics Engineering : इस कोर्स में इलेक्ट्रिक मोटर्स और हाइब्रिड सिस्टम्स आदि में लेकर बेटरी आदि कि तकनीक को सीखकर शानदार करियर के विकल्प उपलब्ध प्राप्त होते है। इसकी अवधि भी 4 वर्ष होती है लेकिन इसमें भी आप लेटरल एंट्री के माध्यम से सीधे ही सेकंड ईयर में एडमिशन ले सकते है।
- BBA in Automobile Management : यह कोर्स ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में वाहनों कि सेलिंग, मेनेजमेंट, बिजनेस कि ग्रोथ व अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित है। इस कोर्स कि अवधि 3 वर्ष है, जिसको आप डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद कर सकते है।
Frequently Asked Questions (FAQs)
Q.1 इस कोर्स को पूरा करने के बाद में क्या कोई सरकारी नोकरी लग सकती है?
Ans. हाँ, डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स को पूरा करने के बाद आप रेलवे, सडक परिवहन विभाग तथा अन्य सरकारी संस्थाओं में निकलने वाली वेकेंसियो पर आवेदन कर नोकरी ले सकते है।
Q.2 क्या लड़कीया इस कोर्स में प्रवेश ले सकती है?
Ans. हाँ, लेकिन कुछ पद सिर्फ लड़को के योग्य होते है परन्तु लडकियों के लिए भी कई पद है जिन पर अच्छी सेलरी ऑफर कि जाती है।
Q.3 क्या इस कोर्स कि पढ़ाई सिर्फ अंग्रेजी मीडियम में होती है?
Ans. नहीं, अंग्रेजी व हिन्दी या फिर आप जिस भी क्षेत्र में रह रहे है उसके अनुसार आपकी लोकल भाषा में आपको पढ़ाया जाता है।
Q.4 क्या यह कोर्स ऑनलाइन पूर्ण किया जा सकता है?
Ans. नहीं, क्योकि प्रेक्टिकल कार्यो को करने के लिए आपको कॉलेज जाना बहुत जरुरी है।
Q.5 क्या Diploma in Automobile Engineering कोर्स को पूरा करने के बाद खुद का बिजनेस स्टार्ट किया जा सकता है?
Ans. हाँ बिल्कुल, डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स को पूरा करने के बाद आप वाहनों के पार्ट्स कि डिजाइनिंग व निर्माण हेतु कम्पनी खोल सकते है या फिर अपना खुद का शोरूम या गेराज भी खोल सकते है।
इस लेख में दी गई जानकारियो के अतिरिक्त अन्य स्त्रोत जैसे YouTube से भी आप ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कि अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।
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