यदि आप बिजली और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लगाव रखते है और आप सोचते है कि ये किस तरह से काम करते है या इन्हें कैसे बनाया जाता होगा तो इस लेख में आपकी रूचि से जुड़े हुए एक कोर्स यानी Diploma in Electrical and Electronics Engineering (डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल & इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) कोर्स के बारे में जानकारी प्राप्त होगी जो कि एक 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है। इसमे एडमिशन के लिए आपको सिर्फ कक्षा 10वी में उत्तीर्ण होना ही आवश्यक है। इस कोर्स में आपको बिजली कि मशीनों की डिजाईनिंग, मशीनों के निर्माण, पॉवर जनरेशन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चलाने तथा मेनेजमेंट करने का काम सिखाया जाता है। आइये इस कोर्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते है।

Diploma in Electrical and Electronics Engineering क्या है?
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग 3 साल का एक डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप एक जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनते है। यदि आपको विद्युत उपकरणों व मशीनों कि डिजाइनिंग, बिजली उत्पादन करना, बिजली सप्लाय करना, पॉवर जनरेशन सम्बन्धित उपकरणों कि समस्याओं को दूर करने जैसे कामो में इंटरेस्ट है तो Diploma in Electrical and Electronics Engineering का यह कोर्स आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण एवं उपयोगी है। इसमें विधुत सम्बंधित तथा इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के रखरखाव व निर्माण से सम्बंधित अनेक कार्य सिखाए जाते है।
Admission Process in Diploma in Electrical and Electronics Engineering
अलग अलग राज्यों में Diploma in Electrical and Electronics Engineering के कोर्स में सही उम्मीदवारों को चुनने के लिए अलग अलग तरह की प्रवेश परीक्षाए (एंट्रेंस एग्जाम्स) होती है। कुछ एंट्रेंस एग्जाम्स इस प्रकार है।
क्र. | राज्य | एंट्रेंस एग्जाम |
---|---|---|
1 | आंध्र प्रदेश | AP POLYCET (Andhra Pradesh Polytechnic Common Entrance Test) |
2 | असम | Assam PAT (Polytechnic Admission Test) |
3 | बिहार | DCECE (Diploma Certificate Entrance Competitive Examination) |
4 | छत्तीसगढ़ | CG PPT (Chhattisgarh Pre-Polytechnic Test) |
5 | गोवा | Goa Polytechnic Entrance Exam |
6 | गुजरात | Gujarat Polytechnic (GUJCET for some courses) |
7 | हरियाणा | Haryana DET (Diploma Entrance Test) |
8 | हिमाचल प्रदेश | HPPAT (Himachal Pradesh Polytechnic Admission Test) |
9 | झारखंड | PECE (Polytechnic Entrance Competitive Examination) |
10 | कर्नाटक | Karnataka DCET (Diploma Common Entrance Test) |
11 | केरल | Kerala Polytechnic Entrance Exam |
12 | मध्य प्रदेश | MP PPT (Madhya Pradesh Pre-Polytechnic Test) |
13 | महाराष्ट्र | MAH CET (Maharashtra Common Entrance Test for Diploma Courses) |
14 | मणिपुर | Manipur Polytechnic Admission Test |
15 | ओडिशा | Odisha DET (Diploma Entrance Test) |
16 | पंजाब | Punjab JET (Joint Entrance Test) |
17 | राजस्थान | Rajasthan Polytechnic Admission (Merit-Based, No Entrance Exam) |
18 | तमिलनाडु | TNEA (Tamil Nadu Engineering Admissions for Diploma Holders) |
19 | तेलंगाना | TS POLYCET (Telangana Polytechnic Common Entrance Test) |
20 | उत्तर प्रदेश | JEECUP (Joint Entrance Examination Council of Uttar Pradesh) |
21 | उत्तराखंड | Uttarakhand Polytechnic (JEEP – Joint Engineering Examination Polytechnic) |
22 | पश्चिम बंगाल | JEXPO (Joint Entrance Examination for Polytechnics West Bengal) |
कौन दे सकते है एंट्रेंस एग्जाम?
Diploma in Electrical and Electronics Engineering Course में एडमिशन के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगी। इसके लिए उम्मीदवार के द्वारा कक्षा 10वी की परीक्षा पास होना जरुरी है साथ ही परीक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त होना अनिवार्य है। अगर उम्मीदवार 50% अंक प्राप्त नहीं करता है तो वह एडमिशन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
एंट्रेंस एग्जाम से उम्मीदवार का चयन
अलग अलग राज्यों में प्रवेश कि अपनी प्रक्रियाए होती है लेकिन सामान्य तौर पर इस कोर्स में एडमिशन के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम देना जरुरी है। एग्जाम को देने के बाद एक कटऑफ नम्बर की लिस्ट जारी होती है। इस लिस्ट में अलग अलग केटेगरी के अनुसार जैसे कि ST, SC, OBC, General, EWS आदि के अनुसार अलग अलग कुछ पासिंग नम्बर रहते हैं। जिन उम्मीवारों के नम्बर कटऑफ नम्बर से अधिक आते है, वो एडमिशन के लिए योग्य होते है तथा जिनके नम्बर कटऑफ नम्बर से कम होते है, वो सरकारी कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया से बाहर हो जाते है।
मेरिट के आधार पर एडमिशन
कई राज्यों में एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट आने के बाद जिन उम्मीदवारों के नम्बर कटऑफ नम्बर से अधिक होते है, उन्हें केटेगरी के अनुसार बनने वाली मेरिट लिस्ट में चुना जाता है। कुछ प्राइवेट (निजी) कॉलेज ऐसे भी होते है, जो एंट्रेंस एग्जाम में पास न होने पर भी कॉलेज लेवल काउंसलिंग के माध्यम से कक्षा 10वी के प्रतिशत को आधार मानकर मेरिट लिस्ट बनाकर एडमिशन दे देते है।
डायरेक्ट एडमिशन प्रक्रिया
कुछ कॉलेज या इंस्टिट्युट ऐसे भी होते है जिनमे एडमिशन लेने के लिए किसी भी एंट्रेंस एग्जाम को देने कि जरुरत नहीं होती है। इनमे डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। इसके लिए आपको सिर्फ उस कॉलेज में जाकर एडमिशन के लिए आवेदन फार्म भरना होता है तथा जरुरी दस्तावेज और एडमिशन फीस जमा करना पड़ता है। इतना होने के बाद आपको एडमिशन दे दिया जाता है।
Eligibility for Diploma in Electrical and Electronics Engineering
Diploma in Electrical and Electronics Engineering में एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित बिन्दुओ पर ध्यान देना जरूरी है।
- उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त सरकारी या प्राइवेट विद्यालय से कक्षा 10वी में पास होना अनिवार्य है।
- उम्मीदवार को कम से कम 50% अंको से कक्षा 10वी पास करना बहुत जरुरी है। यहाँ पर आरक्षण प्राप्त श्रेणियों को सिर्फ 45% अंक से कक्षा 10वी को पास करना जरुरी है।
- उम्मीदवार पूरी तरह फिट होना चाहिए। किसी भी तरह की शारीरिक अपंगता या आखों से सम्बंधित कोई समस्या नही होना चाहिए।
Syllabus for Diploma in Electrical and Electronics Engineering (Semester wise)
क्र. | सेमेस्टर 1 | सेमेस्टर 2 | सेमेस्टर 3 | सेमेस्टर 4 | सेमेस्टर 5 | सेमेस्टर 6 |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | अप्लाइड मेथेमेटिक्स 1 | अप्लाइड मेथेमेटिक्स 2 | इलेक्ट्रिकल मशीने 1 | इलेक्ट्रिकल मशीने 2 | पॉवर सिस्टम 1 | पॉवर सिस्टम 1 |
2 | अप्लाइड फिजिक्स 1 | अप्लाइड फिजिक्स 2 | डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स | पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स | एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स | डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग |
3 | अप्लाइड केमेस्ट्री | इलेक्ट्रिकल सर्किट्स 2 | इलेक्ट्रिकल मेजरमेंट्स एंड इंस्ट्रुमेंटेशन | ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन | रिन्यूएबल एनर्जी सोर्सेस | इलेक्ट्रिकल मशीन डिजाईन |
4 | इलेक्ट्रिकल सर्किट्स 1 | इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेस एंड सर्किट्स 2 | इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स | माइक्रोप्रोसेसर एंड माइक्रोकंट्रोलर | इलेक्ट्रिकल डिजाईन, ड्राफ्टिंग एंड एस्टीमेशन | एम्बेडेड सिस्टम |
5 | इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेस एंड सर्किट्स 1 | कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग | इलेक्ट्रिकल ड्राइंग | इलेक्ट्रिकल इनस्टॉलेशन, मेंटेनेस एंड टेस्टिंग | प्रोजेक्ट वर्क 1 | प्रोजेक्ट वर्क 2 |
6 | इंजीनियरिंग ड्राइंग | वर्कशॉप प्रेक्टिस 2 | कण्ट्रोल सिस्टम | इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स | इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग | सेमिनार |
7 | वर्कशॉप प्रेक्टिस 1 | – | – | – | – | – |
8 | – | – | – | – | – | – |
Diploma in Electrical and Electronics Engineering Fees Details
Diploma in Electrical and Electronics Engineering कोर्स की फिस विभिन्न सरकारी व निजी अर्थात प्राइवेट कॉलेजों के अनुसार अलग अलग हो सकती है। यहाँ पर नीचे दी गई तालिका में फिस का विवरण है। अधिक जानकारी के लिए आप जिस भी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है, उस कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज प्रोफेसर से फीस से सम्बन्धित बात कर सकते है।
क्र. | संस्थान का प्रकार | अनुमानित फीस |
---|---|---|
1 | सरकारी संस्थान | 10,000 रूपये से लेकर 50,000 रूपये प्रतिवर्ष |
2 | प्राइवेट संस्थान | 50,000 रूपये से लेकर 150,000 रूपये प्रतिवर्ष |
Job Opportunities after Diploma in Electrical and Electronics Engineering Course
इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप कई तरह की मेन्युफेक्चरिंग कम्पनियो, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री, पॉवर जनरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों, टेलीकम्यूनिकेशन इंडस्ट्री, आईटी कंपनियों, रेलवे, PSUs, ब्जिली विभाग, दूरसंचार विभाग, डिफेन्स सेक्टर में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते है। नीचे दी गई तालिका में पद के अनुसार अनुमानित सैलरी का विवरण दिया गया है।
क्र. | पद का नाम | अनुमानित मासिक सैलरी (वेतन) |
---|---|---|
1 | इलेक्ट्रिकल इंजीनियर | 18,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना |
2 | इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नीशियन | 12,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
3 | मेंटेनेस इंजिनियर | 18,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना |
4 | जूनियर इंजीनियर | 20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना |
5 | पॉवर प्लांट ऑपरेटर | 35,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना |
6 | प्रोडक्शन सुपरवाईजर | 20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना |
7 | ऑटोमेशन टेक्नीशियन | 15,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
8 | माइक्रोकंट्रोलर प्रोग्रामर | 18,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना |
9 | सोलर पॉवर टेक्नीशियन | 15,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
10 | क्वालिटी कण्ट्रोल इंस्पेक्टर | 18,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना |
11 | इलेक्ट्रिकल डिजाईन इंजीनियर | 20,000 से 45,000 रूपये तक हर महिना |
12 | टेलीकम्यूनिकेशन टेक्नीशियन | 15,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
13 | अनुसंधान सहायक | 18,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
14 | डिप्लोमा ट्रेनी इंजीनियर | 12,000 से 20,000 रूपये तक हर महिना |
15 | वर्कशॉप सुपरवाईजर | 15,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
यदि आप इस कोर्स के अतिरिक्त, अन्य डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग या आईटीआई कोर्सेस के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारे करियर पेज पर विजिट जरुर करे
Education Opportunities after Diploma in Electrical and Electronics Engineering
Diploma in Electrical and Electronics Engineering कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप अगर अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं तो आपके पास कई करियर विकल्प है जिनमे आप प्रवेश लेकर अपने करियर में नई ऊंचाइयों को छू सकते है।
- B.E/B.Tech Degree : अगर Diploma in Electrical and Electronics Engineering में डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आप एक सीनियर इंजिनियर बनना चाहते है तो आपको बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी का डिग्री कोर्स करना चाहिए। एक बार डिप्लोमा होने के बाद आप इन दोनों में से किसी भी कोर्स में बिना फर्स्ट ईयर किए डायरेक्ट सेकंड ईयर में एडमिशन ले सकते है।
Frequently Asked Questions (FAQs)
Q.1 कोर्स के बाद में क्या कोई सरकारी नोकरी लग सकती है?
Ans. जी हाँ, इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप पॉवर प्लांट ऑपरेटर, इलेक्ट्रिकल डिजाईन इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नीशियन या माइक्रोकंट्रोलर प्रोग्रामर तथा रक्षा क्षेत्र में निकलने वाली वेकेंसियो पर आवेदन कर सरकारी विभाग में नोकरी ले सकते है।
Q.2 क्या लड़कीया इस कोर्स में प्रवेश ले सकती है?
Ans. हाँ लडको के साथ साथ लडकिया भी समान रूप से इस क्षेत्र में करियर बना सकती है।
Q.3 क्या इस कोर्स कि पढ़ाई सिर्फ अंग्रेजी मीडियम में होती है?
Ans. नहीं, अंग्रेजी व हिन्दी या फिर आप जिस क्षेत्र में रहते है, उस भाषा में आपको पढ़ाया जाता है।
Q.4 क्या यह कोर्स ऑनलाइन पूर्ण किया जा सकता है?
Ans. पूरी तरह नहीं, लेकिन कुछ संस्थानों में किसी विशेष विषय के सेद्धान्तिक हिस्से को ऑनलाइन पढाया जाना शुरू हो चूका है। हालाँकि प्रेक्टिकल अनुभव के लिए आपको कॉलेज जाना बहुत जरुरी है।
Q.5 Diploma in Mechanical Engineering कोर्स के दौरान कौन कौन से सॉफ्टवेयर सीखे जा सकते है?
Ans. MATLAB, Electrical AutoCAD और PLC Programming जैसे कई अन्य सॉफ्टवेयर सीखे जा सकते है।
यदि आप इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग से सम्बन्धित कोई डिप्लोमा या स्नातक कोर्स में पढ़ाई कर रहे है, तो आल अबाउट सर्किट वेबसाइट आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है।
अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो कृपया इसे अपने परिचितों व मित्रो के साथ शेयर जरुर करे। निचे दी गई लिंक्स पर क्लीक कर हमारे सोशल मीडिया अकाउंट्स से जरुर जुड़े। धन्यवाद।