डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग सम्पूर्ण जानकारी
यदि आप कक्षा 10वी के बाद ही किसी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है तो इस लेख में आपको एक ऐसे इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में जानकारी मिलेगी जिसमे आप कक्षा 10वी में पास होने के बाद एडमिशन ले सकते है। यह कोर्स Diploma in Civil Engineering (डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग) के नाम से जाना जाता है। 3 वर्षो के इस कोर्स में पढ़ाई पूरी होने के बाद आप सडको, पुलों, बांधो, भवनों, बंगलो आदि के निर्माण में एक इंजिनियर के रूप में अपना कार्य कर काफी अच्छा पैसा कमा सकते है। आइये इस कोर्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारिय प्राप्त करते है।
Diploma in Civil Engineering क्या है?
डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग 3 साल का एक डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स है जिसको पूरा करने के बाद आप एक जूनियर इंजीनियर बन जाते है। यदि आपको बड़ी बड़ी बिल्डिंग, बंगले, भवन आदि के निर्माण, उनके नक्शे बनाने या सड़क आदि के कन्स्ट्रक्शन के काम में इंटरेस्ट है तो Diploma in Civil Engineering का यह कोर्स आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें आपको बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन से लेकर सड़क, ब्रिज, डेम्स, नहरों आदि के निमार्ण सम्बंधित कार्य सिखाए जाते है।
Admission Process in Diploma in Civil Engineering
भारत मे Diploma in Civil Engineering का कोर्स काफी डिमांड में रहता है। इस वजह से हर कॉलेज में इस कोर्स की सभी सीटे बहुत जल्दी भर जाती है। ऐसे में सही उम्मीदवारों को चुनने के लिए अलग अलग राज्यों में इस कोर्स में प्रवेश के लिए अलग अलग तरह की एंट्रेंस एग्जाम्स होती है। कुछ एंट्रेंस एग्जाम्स इस प्रकार है।
कौन दे सकते है एंट्रेंस एग्जाम?
एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए यह तय हो कि उम्मीदवार कक्षा 10वी में पढ़ रहा हो तथा जब कक्षा 10वी की परीक्षा पास हो तो कम से कम 50% अंक प्राप्त जरूर होना चाहिए अन्यथा उम्मीदवार को एडमिशन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
एंट्रेंस एग्जाम से उम्मीदवार का चयन
इस एग्जाम को देने के बाद एक कटऑफ नम्बर की लिस्ट जारी होती है। इस लिस्ट में अलग अलग केटेगरी जैसे ST, SC, OBC, General, EWS आदि के लिए पासिंग नम्बर बताए रहते हैं। जिन उम्मीवारों के नम्बर कटऑफ नम्बर से अधिक आते है, वो एडमिशन के लिए योग्य होते है तथा जिनके नम्बर कटऑफ नम्बर से कम होते है, वो सरकारी कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया से बाहर हो जाते है।
मेरिट के आधार पर एडमिशन
एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट आने के बाद जिन उम्मीदवारों के नम्बर कटऑफ नम्बर से अधिक होते है, उन्हें केटेगरी के अनुसार बनने वाली मेरिट लिस्ट में चुना जाता है। मेरिट लिस्ट के अनुसार उम्मीदवारों को उनकी पसन्द की ब्रान्च या कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है। कुछ प्राइवेट कॉलेज ऐसे भी होते है जो एंट्रेंस एग्जाम में पास न होने पर भी कॉलेज लेवल काउंसलिंग के जरिये कक्षा 10वी के प्रतिशत के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाकर एडमिशन दे देते है।
डायरेक्ट एडमिशन प्रक्रिया
हमारे आसपास ऐसे भी कुछ कॉलेज या इंस्टिट्युट है जिनमे एडमिशन लेने के लिए किसी भी एंट्रेंस एग्जाम को देने कि जरुरत नहीं होती है। इनमे डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। इसके लिए आपको कॉलेज में जाकर आवेदन फार्म भरना होता है तथा जरुरी दस्तावेज और एडमिशन फीस जमा करना पड़ता है।इसके बाद आपको एडमिशन दे दिया जाता है।
Eligibility for Diploma in Civil Engineering
Diploma in Civil Engineering में एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित बिन्दुओ पर ध्यान देना जरूरी है।
- उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त सरकारी या प्राइवेट विद्यालय से कक्षा 10वी में पास होना अनिवार्य है।
- उम्मीदवार को कम से कम 50% अंको से कक्षा 10वी पास करना बहुत जरुरी है। यहाँ पर आरक्षण प्राप्त श्रेणियों को सिर्फ 45% अंक से कक्षा 10वी को पास करना जरुरी है।
- उम्मीदवार पूरी तरह फिट होना चाहिए। किसी भी तरह की शारीरिक अपंगता या आखों से सम्बंधित कोई समस्या नही होना चाहिए।
Syllabus for Diploma in Civil Engineering (Semester wise)
क्र. | सेमेस्टर 1 | सेमेस्टर 2 | सेमेस्टर 3 | सेमेस्टर 4 | सेमेस्टर 5 | सेमेस्टर 6 |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | अप्लाइड मेथेमेटिक्स 1 | अप्लाइड मेथेमेटिक्स 2 | हाइड्रोलिक्स & हाइड्रोलिक मशीन्स | कम्युनिकेशन स्किल्स 2 | वाटर एंड वेस्ट वाटर इंजीनियरिंग | सर्वे केम्प |
2 | अप्लाइड फिजिक्स 1 | कम्प्यूटर एडेड ड्राइंग | कांक्रीट टेक्नोलॉजी | हाईवे इंजीनियरिंग | रेल्वेस, ब्रिजेस, एंड टनल्स | क्वांटिटी सर्वेयिंग & वैल्यूएशन |
3 | अप्लाइड केमेस्ट्री | अप्लाइड मेकेनिक्स | एनवायर्नमेंटल स्टडीज | इरिगेशन इंजीनियरिंग | अर्थक्वेक इंजीनियरिंग | कंस्ट्रक्शन मेनेजमेंट, अकाउंट्स, एंड इंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट |
4 | इंजीनियरिंग ड्राइंग 1 | बेसिक्स ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | स्ट्रक्चरल मेकेनिक्स | सर्वेयिंग 1 | सॉईल मेकेनिक्स एंड फाउंडेशन इंजीनियरिंग | डिजाईन ऑफ स्टील स्ट्रक्चर्स |
5 | कंस्ट्रक्शन मटेरियल | बेसिक्स ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी | बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन | RCC स्ट्रक्चर्स | सर्वेयिंग 2 | स्टील स्ट्रक्चर ड्राइंग |
6 | कम्युनिकेशन स्किल्स 1 | जनरल वर्कशॉप प्रेक्टिस 2 | बिल्डिंग ड्राइंग | एनर्जी कंजर्वेशन | वेस्टवाटर एंड इरिगेशन इंजीनियरिंग ड्राइंग | सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन इन सिविल इंजीनियरिंग |
7 | जनरल वर्कशॉप प्रेक्टिस 1 | – | – | RCC ड्राइंग | यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज | इलेक्टिव सब्जेक्ट (रिपेयर एंड मेन्टेनेन्स, प्लम्बिंग सर्विसेस, स्ट्रक्चरल एनालिसिस) |
8 | – | – | – | – | – | प्रोजेक्ट वर्क |
Diploma in Civil Engineering Fees Details
आईटीआई के अंतर्गत आने वाले Diploma in Civil Engineering कोर्स की फिस विभिन्न सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों के अनुसार अलग अलग हो सकती है। नीचे दी गई तालिका में फिस का विवरण है। अधिक जानकारी के लिए आप जिस कॉलेज में एडमिशन का सोच रहे है, उस कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज से फीस सम्बन्धित बात कर सकते है।
क्र. | संस्थान का प्रकार | अनुमानित फीस |
---|---|---|
1 | सरकारी संस्थान | 10,000 रूपये से लेकर 50,000 रूपये प्रतिवर्ष |
2 | प्राइवेट संस्थान | 50,000 रूपये से लेकर 150,000 रूपये प्रतिवर्ष |
Job Opportunities after Diploma in Civil Engineering Course
इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप कई तरह की कंस्ट्रक्शन कम्पनियो में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते है। नीचे दी गई तालिका में पद के अनुसार अनुमानित सैलरी का विवरण दिया गया है। यहा पर 15 best career options के बारे में जानकारी दी गई है।
क्र. | पद का नाम | अनुमानित मासिक सैलरी (वेतन) |
---|---|---|
1 | साईट इंजिनियर | 20,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
2 | जूनियर सिविल इंजिनियर | 15,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
3 | सर्वेयर | 15,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
4 | कंस्ट्रक्शन मेनेजर | 20,000 से 45,000 रूपये तक हर महिना |
5 | क्वालिटी कण्ट्रोल इंजीनियर | 20,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना |
6 | स्ट्रक्चरल ड्राफ्ट्समेन | 15,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
7 | एस्टीमेटर / क्वांटिटी सर्वेयर | 15,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
8 | बिल्डिंग इंस्पेक्टर | 20,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना |
9 | प्रोजेक्ट सुपरवाईजर | 20,000 से 35,000 रूपये तक हर महिना |
10 | ऑटोकेड डिजाईंनर | 18,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
11 | रेविट डिजाईंनर | 20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना |
12 | सिविल केड टेक्नीशियन | 15,000 से 25,000 रूपये तक हर महिना |
13 | प्लानिंग असिस्टेंट | 20,000 से 30,000 रूपये तक हर महिना |
14 | इन्टेरियर डिजाईनर | 20,000 से 40,000 रूपये तक हर महिना |
15 | सिविल सॉफ्टवेयर एनालिस्ट | 20,000 से 45,000 रूपये तक हर महिना |
इस कोर्स के अलावा आप अन्य डिप्लोमा कोर्सेस कि जानकारी भी इस वेबसाईट पर प्राप्त कर सकते है
Education Opportunities after Diploma in Civil Engineering
Diploma in Civil Engineering कोर्स को पूर्ण करने के बाद आप अगर अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं तो आपके पास कई करियर विकल्प है जिनमे आप प्रवेश लेकर अपने करियर में नई ऊंचाइयों को छू सकते है।
- B.E/B.Tech Degree : अगर Diploma in Civil Engineering में डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आप एक सीनियर इंजिनियर बनना चाहते है तो आपको बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी का डिग्री कोर्स करना चाहिए। एक बार डिप्लोमा होने के बाद आप इन दोनों में से किसी भी कोर्स में बिना फर्स्ट ईयर किए डायरेक्ट सेकंड ईयर में एडमिशन ले सकते है।
Frequently Asked Questions (FAQs)
Q.1 इस कोर्स को पूरा करने के बाद में क्या कोई सरकारी विभाग में नोकरी लग सकती है?
Ans. जी हाँ, इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप PWD, नगर निगम या रेलवे आदि में निकलने वाली जॉब पदों पर आवेदन कर नोकरी ले सकते है।
Q.2 क्या लड़कीया इस कोर्स में प्रवेश ले सकती है?
Ans. हाँ बिल्कुल, कई महिलाए एक सफल सिविल इंजिनियर के तौर पर कार्य कर रही है।
Q.3 क्या इस कोर्स कि पढ़ाई सिर्फ अंग्रेजी मीडियम में होती है?
Ans. नहीं, अंग्रेजी व हिन्दी या फिर आप जिस क्षेत्र में रहते है उस भाषा में आपको पढ़ाया जाता है। जैसे गुजरात में गुजराती या महाराष्ट्र में मराठी भाषा का उपयोग होता है।
Q.4 क्या यह कोर्स ऑनलाइन पूर्ण किया जा सकता है?
Ans. नहीं, लेकिन कुछ संस्थानों में किसी विशेष विषय के सेद्धान्तिक हिस्से को ऑनलाइन पढाया जाना शुरू हो चूका है। परन्तु प्रेक्टिकल अनुभव के लिए आपको कॉलेज जाना आवश्यक है।
Q.5 क्या Diploma in Civil Engineering कोर्स को पूरा करने के बाद खुद का बिजनेस स्टार्ट किया जा सकता है?
Ans. हाँ बिल्कुल, इस कोर्स के बाद आप अपनी खुद कि एक कंस्ट्रक्शन कंपनी शुरू कर अलग अलग कन्स्ट्रक्शनल सर्विसेस दे सकते है।
इस लेख में दी गई जानकारिया अन्य स्त्रोत जैसे करियर इण्डिया से ली गई है।
अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो कृपया इसे अपने परिचितों व मित्रो के साथ शेयर जरुर करे। निचे दी गई लिनक्स पर क्लीक कर हमारे सोशल मीडिया अकाउंट्स से जरुर जुड़े। धन्यवाद।